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- Publisher : Manjul; First edition (10 January 2017) Language : Hindi Paperback : 318 pages ISBN-10 : 9788183227933 ISBN-13 : 978-8183227933 Item Weight : 231 g Dimensions : 12.7 x 1.8 x 20.32 cm
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-- युगन युगन योगीसद्गुरु की महायात्राअस्तित्व की गुत्थियों को सुलझाने और सत्य की झलक पाने की कोशिश में मनुष्य हमेशा से यात्राएं करता रहा है. उसकी यात्रा की कहानियाँ युगों पुरानी हैं. कई बार ये यात्राएँ कुछ वर्षों में पूरी हो जाती है, तो कोई यात्रा कई जन्मों तक चलती है.पढ़िए एक ऐसी ही अनोखी यात्रा की कहानी, एक ऐसे असाधारण मनुष्य की कहानी, जिसने सत्य की खोज में अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया.एक विद्रोही, जिसे समाज के नियमों का उलंघन करने के लिए मौत की सज़ा मिली. राह में आई चुनौतियों उसे डिगा नहीं सकीं. उनका संकल्प नहीं घुटा, उनके अरमान नहीं टूटे, उनकी दीवानगी नहीं उतरी. और तीन सौ वर्ष बाद उसी इंसान ने एक ऐसी आध्यात्मिक क्रांति पैदा की, जिसने विश्व को हिला दिया. इस इंसान को आज हम सद्गुरु के नाम से जानते हैं.